हम अपने रोज मर्रा की जिंदगी मे किसी न किसी से किसी न किसी तरीके से बात करते है लेकिन हमे ये नहीं पता होता है कि कब और कहा किस तरह से बात करनी चाहिए,जिसका सामने वाले पे ज्यादा प्रभाव पड़े और वो हमारी बातों को ज्यादा ध्यान से सुने, तो आईये आपको आज “communication in hindi”, “communication meaning in hindi”, “types of communication skill” communication kya hai? के बारे मे अच्छे से बताएंगे जिससे आप हमारे इस blog से कुछ न कुछ सीख कर जरूर जाएं।
हैलो दोस्तों becreatives में आपका स्वागत है क्या आप भी अपनी Communication Skill को सुधारना चाहते है तो आप बिल्कुल सही जगह पर आये है। इसके साथ ही आप यह भी जानेंगे की Communication Skills Kaise Sudhare ,Communication Skills Kya Hai?communication skill in hindi, communication skills in hindi communication kya hai?Communication Skills Kaise Improve Kare? Communication Skills Improve करने की आसान तरीके हिंदी मे,लेकिन उससे पहले आईये जानते है कि types communication skill के बारे मे --
Types of Communication
आज के समय business में या किसी और क्षेत्र मे, clear communication बहुत आवश्यक है।
अनुचित communication skill से, भ्रामक या अधूरे निर्देश, डेटा या अन्य जानकारी का भी उद्देश्य
हो सकता है कि वे दर्शकों तक पहुँच सकें। इसलिए मजबूत communication skill विकसित करना
बहुत आवश्यक है।
Communication Skills
Communication और Communication Skills की प्रक्रिया की गहरी समझ आवश्यक है। यह किसी भी व्यवसाय में किसी भी व्यक्ति की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है। यहाँ हम कई प्रकार के Communication देखेंगे।
Communication styles एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बदलती हैं। Communication की प्रक्रिया के दौरान, एक व्यक्ति किसी संदेश को व्यक्त करने के लिए कई चैनलों या विधियों या विधियों का आह्वान कर सकता है। लेकिन, Communication की प्रक्रिया केवल producing या information देने वाले source पर निर्भर नहीं करती है।
यह Communication method और receiver के संदेश को समझने के तरीके पर भी समान रूप से निर्भर करता है। आइए पहले हम उस method को समझें जिसके द्वारा हम communicate करते हैं।
Communication एक निश्चित बिंदु पर शुरू होता है। पहला कदम पीढ़ी की जानकारी है। दूसरा चरण इस जानकारी या डेटा को एक उद्देश्य में दर्शकों तक पहुँचाने के लिए माध्यम में रखना है।
इस प्रक्रिया के दौरान, Communication के initiator को सूचना की प्रकृति पर अतिरिक्त ध्यान देना चाहिए। communication skills उनके communication की effectiveness निर्धारित करेगा। आइये अब देखते हैं कि नीचे विभिन्न प्रकार के communication क्या हैं।
The Broad Categories of Communication
communication channels के आधार पर, communication के प्रकार हैं:
1. Verbal
2. Non-Verbal
3. Visual
1. Verbal (मौखिक)
इसमें इच्छित संदेश पास करने के उद्देश्य से भाषा और शब्दों का उपयोग शामिल है। सामान्य शब्दों में, Verbal communication का अर्थ केवल बोले गए शब्दों के रूप में संचार है। लेकिन, communication के प्रकारों के संदर्भ में, Verbal communication बोलचाल या लिखित रूप में हो सकता है। इस प्रकार, मौखिक रूप मौखिक या लिखित हो सकता है जैसा कि नीचे चर्चा की गई है।
Written Communication:
इस तरह के संचार में लिखित रूप में किसी भी प्रकार की सूचना का आदान-प्रदान होता है। उदाहरण के लिए, e-mail, text, letter, report, sms, social media platform पर पोस्ट , documents,handbook, poster आदि।
Oral Communication:
यह संचार है जो बोले गए शब्द को नियुक्त करता है, या तो direct या indirect रूप से एक Communication channel के रूप में। यह मौखिक संचार एक ऐसे चैनल पर बनाया जा सकता है, जो केवल एक रूप यानी ध्वनि में जानकारी को पारित करता है।
आप या तो आमने-सामने, या फोन पर, या वॉयस नोट्स या चैट रूम आदि के माध्यम से बात कर सकते हैं, यह सब Verbal communication के अंतर्गत आता है। Communication का यह रूप एक प्रभावी रूप है।
2. Non-Verbal Communication
इस प्रकार के संचार में, संदेश शब्दों के प्रसारण के बिना प्रसारित होते हैं। यहां के संदेश शब्दहीन संदेश हैं। Communication का यह रूप मुख्य रूप से मौखिक संचार का समर्थन करता है। यह इशारों, शरीर की भाषा, प्रतीकों और भावों के साथ इसे पूर्ण करता है।
इनके माध्यम से, कोई व्यक्ति के mood, या opinion को communicate कर सकता है या यहां तक कि उन संदेशों की प्रतिक्रिया भी दिखा सकता है जो रिले कर रहे हैं। एक non-verbal actions अक्सर संवाद के लिए टोन सेट करती है। यदि आप नियंत्रित करते हैं और गैर-मौखिक संचार का मार्गदर्शन करते हैं तो आप संचार को नियंत्रित और मार्गदर्शन कर सकते हैं। non-verbal Communication के कुछ तरीके हैं:
Physical Non-verbal Communication
यह शारीरिक रूप से अवलोकनीय योग है। उदाहरण के लिए, हाथ के हावभाव, शरीर की भाषा, चेहरे के भाव, एक की आवाज़, मुद्रा, रुख, स्पर्श, टकटकी और अन्य। कई शोधकर्ताओं ने खुलासा किया है कि Physical Non-verbal Communication हमारे दैनिक संचार का लगभग 55% है।
ये सूक्ष्म संकेत हैं जो हमारे जैविक तारों के हिस्से के रूप में उठाए जाते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप अपना सिर अपनी हथेलियों पर टिकाते हैं, तो इसका मतलब होगा कि आप बहुत निराश या क्रोधित हैं। इसी तरह, अन्य सूक्ष्म संकेत प्रस्तुतकर्ता को आपकी प्रतिक्रिया या आपके लिए आपके दर्शकों की प्रतिक्रिया को व्यक्त करेंगे।
Para language
यह लाइनों के बीच पढ़ने की कला है। इस तरह का मुख्य संचार किसी की आवाज़ के स्वर के साथ किया जाता है। इस तरह के Communication लगभग सभी संचार का लगभग 38% है जो हम हर दिन करते हैं। स्वर की आवाज के साथ-साथ बोलने की शैली, आवाज की quality, stress, emotions या अंतःक्रिया संचार के उद्देश्य को पूरा करती है। और, ये पहलू verbal नहीं हैं।
Aesthetic Communication
Art, संचार का एक महत्वपूर्ण साधन है। चित्रों या कला के अन्य रूपों के माध्यम से, एक कलाकार सबसे मजबूत संदेशों को प्रतिष्ठित कर सकता है। दुनिया के इतिहास में कई बार, कला का उपयोग nonverbal communication के एक प्रभावी रूप के रूप में किया गया है।
Appearance
First impression टोन सेट करती है। लोग आपकी उपस्थिति पर प्रतिक्रिया करेंगे और यह जीवन का एक fact है। आपके कपड़े, कपड़ों का रंग आदि सभी आपके दर्शकों की प्रतिक्रिया निर्धारित करते हैं।
3. Visual Communication
यह visual aids जैसे drawings, placards, presentations,और illustrations आदि के माध्यम से संचार होता है।
Formal & Informal Communication
उपरोक्त प्रकारों के अलावा, हमारे पास formal and informal प्रकार के संचार हैं। formal communication निम्न प्रकार के होते हैं:
Vertical: सूचना या डेटा संगठनात्मक संरचना के ऊपर और नीचे बहती है।
Horizontal: यह संगठन के दो समान स्तरों के बीच communication है।
Diagonal: यह संगठन के विभिन्न विभागों के कर्मचारियों के cross functional level पर communication है।
दूसरा रूप informal या casual communication है जो संगठनों के random लोगों के बीच सामान्य संचार है।
जैसा कि हमने आपको बताया कि communication skill के type बारे मे, अब हम आपको इस पोस्ट में यह आपको बताने जा रहे है कि Communication Skills Kaise Improve Kare,Communication Skills Kya Hai ये भी आप आज इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे। हम आपको यह बिल्कुल सरल भाषा में समझाएँगे। आशा करते है की आपको हमारी सभी पोस्ट पसंद आ रही होगी। इसी तरह आप आगे भी हमारे ब्लॉग पर आने वाली प्रत्येक पोस्ट को पसंद करते रहे।
हर क्षेत्र में आपकी Communication Skill बहुत काम आती है। आप कहीं पर जॉब करते हो, या आपका अपना स्वयं का कोई बिज़नेस हो एक अच्छी Communication Skill का हर जगह महत्व होता है। Communication ही एक ऐसी चीज है जो लोगों को हमसे जोड़ती है। यदि आप भी जीवन में सफल होना चाहते है तो अपनी Communication Skill को Improve करना होगा।
तो आइये आगे जानते है Communication Skill Ko Kaise Improve Kare अगर आप भी अपनी Communication Skill को Improve करना चाहते है और जीवन में सफल होना चाहते है तो यह पोस्ट What Is Communication Skill In Hindi? शुरू से अंत तक ज़रुर पढ़े।
Communication Skills Kya Hai
Communication Skill हमारी पर्सनालिटी का ही एक हिस्सा होती है। अच्छी Communication Skill होने से व्यक्ति हमारी ओर आकर्षित होता है और अगर हमारी Communication Skill अच्छी नहीं है तो कोई भी व्यक्ति हमारी बातों में रूचि नहीं रखता है। यह बातचीत का ही एक हिस्सा होती है और बात करना भी एक कला ही होती है।
आप किसी इन्सान से बात करते है तो उसके बोलने के तरीके से ही आप उसकी Communication Skill का अंदाजा लगा सकते है। अगर आप किसी से बात करते है तो इससे भी आपकी पहचान बनती है। बात करने का अच्छा तरीका Communication Skill से ही आता है।
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Communication Skills Kaise Improve Kare
आगे आपको हम कुछ टिप्स बता रहे है जिससे आप अपनी Communication Skill को बेहतर कर पाएँगे। जिसकी सहायता से आप अपनी बात को दूसरों के सामने रख पाएँगे। और अच्छे से अपनी बात को समझा पाएँगे तथा लोगो की आपके प्रति बात करने की रूचि भी बढ़ेगी। यहा पर आपको कुछ तरीके बताए जा रहे है जिसका आपको सावधानी पूर्वक अमल मे लाना अति आवस्यक है : -
Table of Content
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- Body language
Communication में सबसे ज़्यादा बॉडी लैंग्वेज की भूमिका होती है। जब आप किसी से बात करते है तो वह आपकी बॉडी से भी दिखाई देती है। ऐसा नहीं हो की आप बोल कुछ और रहे है और आपकी बॉडी लैंग्वेज कुछ और बोल रही हो। यह फर्स्ट इम्प्रैशन होता है किसी से कम्यूनिकेट करने का। इसलिए अपनी बॉडी लैंग्वेज पर कंट्रोल होना ज़रुरी है।
- Listen carefully
आप जब भी किसी से बाते करते है तो सामने वाले की बातों को भी ध्यान से सुनना चाहिए। क्योंकि अच्छी Communication के लिए बोलना जितना ज़रुरी है उससे ज्यादा ज़रुरी है सामने वाले की बातों को ध्यान से सुनना। अगर आप सामने वाले की बात ध्यान से सुनते है तो ही आप उनकी बातों का जवाब सही से दे पाएँगे।
- Be confident
जब आप किसी के सामने अपनी बात रखते है तो उसे प्रेजेंट करने में विश्वास बनाकर रखे और अपनी बात कहे। इसके लिए पहले थोड़ा सोचे उसके बाद ही अपनी बात कहे। अगर आप कॉंफिडेंट दीखते है तो आप अपनी बात को सही साबित कर सकते है।
- Eye contact
आप जब किसी से बात करते है तो उनसे आई कांटेक्ट करके बात करे। अगर आप बात करते समय व्यक्ति की आँखों में देख कर बात करते है तो इससे आपका Confidence भी बढ़ता है और सामने वाला व्यक्ति आपको सुनने और आपसे बोलने में रूचि भी रखता है। यदि आप ऐसा नहीं करते है तो सामने वाले को लगता है की आपको उनकी बातों में रूचि नहीं है और आप उनसे बोर हो रहे है।
- Point to point talk
हम अपनी बातों को तभी समझा पाते है जब हम पॉइंट टू पॉइंट बात करते है। बहुत से लोग ऐसा करते है की किसी बात को एक ही बार में एक साथ बोल देते है जिससे सामने वाले व्यक्ति को कुछ भी समझ में नहीं आता है। इसके लिए अपनी बातों को पॉइंट टू पॉइंट रखे जिससे सुनने वाले को आपकी सभी बाते अच्छे से समझ में आये।
- Use unique word
जब आप किसी से बात करते है तो गलत शब्दों का प्रयोग ना करे। सही शब्दों का चयन करे कभी भी काम चलाऊ जैसे शब्दों का प्रयोग ना करे। जब आप अच्छे और आकर्षित शब्दों का प्रयोग करते है तो लोग आपसे आकर्षित होते है। और आपकी बात ध्यान से सुनते है तथा आपको एक अच्छा व्यक्ति समझते है।
- Understand other person
सभी इंसानों से बात करने का तरीका अलग होता है। तो जब भी आप किसी से बात करे तो उसकी उम्र और उसके प्रोफेशन का ध्यान रखे। जैसे अगर आप किसी छोटे बच्चे से बात करते है तो उसका तरीका अलग होता है और जब आप किसी ज्यादा उम्र के व्यक्ति से बात करते है तो उसका तरीका अलग होता है और जब आप ऑफ़िस में रहते है तो वहां पर बात करने का तरीका अलग होता है। इसी तरह सभी व्यक्तियों से बात करने का तरीका अलग होता है।
- Do always practice
Communication Skill को Improve करना एक छोटे से इंटरेक्शन से ही होता है सभी चीजों की रोज प्रैक्टिस करे। जिससे हमे बहुत ज्यादा सहायता मिलती है अपनी communication skill improve करने मे।
- respect to others
यदि आप सामने वाले की बातों को रिस्पेक्ट देते है तो वह आपसे आगे और बात करने में रूचि रखते है। इसलिए सामने वाले की बातों का ध्यान रखे और उनकी बातों को रिस्पेक्ट दे नहीं तो कन्वर्सेशन बोर लगने लगेगी।
- Complete your talk
कभी भी अपनी बातों को अधूरा ना छोड़े बात को पूरा करे और सामने वाले की बात को भी पूरा होने दे। उनकी बातों को भी ना काटे नहीं तो सामने वाले व्यक्ति को लगेगा की आपको उनकी बातों में रूचि नहीं है।
अगर आप इन सभी बातों का ध्यान रखते है तो आपकी Communication Skills बेहतर होती है और आप हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते है।
Conclusion:
आज की पोस्ट में आपने जाना Communication Skills Kaise Badhaye इसके साथ ही Communication Skills Kya Hote Hai यह भी आपने जाना। उम्मीद करते है की हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी।
धन्यवाद
2 टिप्पणियाँ
Thanks sir aapne bahut hi accha smjhaya hai ...keep it up sir
जवाब देंहटाएंHello Bhai, Aapka blog padh ke bahut achha laga, blog padhne ke baad bahut kuch sikhne ko mila
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