हेलो दोस्तों आपका स्वागत है becreatives मे । आज हम बात करने जा रहे है । कि NPA kya hai या NPA full form क्या होता है? सबसे पहले मई आपको बता दूँ कि NPA बैंक से संबंधित शब्द है। NPA भारत मे बहुत ही चर्चित शब्द है। जब कभी economy की बात होती है तो सबसे ज्यादा यही topic होता है। कि इस बैंक मे इतना NPA account है उस बैंक मे मे उतना NPA अकाउंट है।
तो आईए जानते है कि आखिर मे NPA क्या होता है। और हम इससे किस तरह प्रभावित होते है।
Content 3. बैंक अकाउंट कब होता है NPA account 4. Types of NPA |
NPA का full form:
NPA full form in banking: Non Performing Asset
NPA full form in Hindi: बिना प्रदर्शन करने वाली संपत्ति
NPA kya hai : NPA meaning in Hindi:
“NPA का मतलब होता है कि ऐसी संपत्ति (asset) जो अब किसी काम का नहीं है। और बैंक उस संपत्ति को वापस लेने मे सक्षम नहीं है, इसे हम NPA account कहते है।“
अब आप सोच रहे होंगे कि बैंक तो किसी भी कस्टमर को लोन के रूप मे पैसा देता है। तो यह बैंक के लिए asset कैसे हो गया। तो मै आपको बता दूँ बैंक किसी को जब पैसा देता है तो ब्याज लेता है। और बैंक को इससे profit होता है। इसीलिए बैंक का यह asset होता है।
जब कोई account NPA होता है तो उस पैसे की Indian economy मे किसी तरह का योगदान नहीं रहता।
आप खुद एक बार सोचिए कि अगर कोई आदमी ब्याज नहीं चुका पाता तो बैंक वाले उसको बहुत परेशान करते है। लेकिन जब कोई करोड़ों रुपया लेके देश छोड़कर भाग जाता है। और बैंक वाले उसके भाग जाने के बाद सरकार को नोटिस भेजते है।
बैंक अकाउंट कब होता है NPA account :
बैंक जब भी किसी को पैसा देती है तो उसके बदले मे ब्याज लेती है। और आपको EMI मतलब कि आपको किश्तों मे पैसा देना होगा। इस तरह जब आप लगातार 3 किश्तों को जमा नहीं क पाएंगे तो आपका account Non Performing Asset हो जाएगा। फिर बैंक से आपके घर नोटिस आएगा।
नोटिस पहुचने के बाद भी अगर आप पैसा जमा नहीं कर रहे है तो बैंक के पास आपका लोन के बदले जो भी document जमा है वो जब्त कर लेगी। और आपने अगर property paper जमा किए है, तो बैंक आपकी property की नीलामी करवा कर पैसा वसूल करेगी।
लेकिन जो बड़े बड़े businessman है बैंक उनको पैसा उनके credit पे पैसा देती है। और जो भी document वगैरह उनसे लेती है। उस संपत्ति से ज्यादा का लॉन बैंक उन्हे दे देती है। पैसा ब्याज सहित न लौटने पर उनको बैंक corrupts करार दिया जाता है। और उनका अकाउंट NPA हो जाता है।
Types of NPA: NPA के प्रकार :
- Sub standard asset :
जब कोई बकायादार 1 साल के भीतर ही अपना लोन चुका देता है। तो यह sub standard asset के अंतर्गत आता है।
इसमे आपको NPA 90 दिन से लेकर एक साल के भीतर रहते है। NPA accounts 1 साल पहले खत्म हो जाते है, या फिर एक साल तक बच जाते है।
- Doubtful asset :
इस प्रकार के asset मे ऐसे कहते आते है। जिसमे 1 साल तक कोई भी ब्याज recover नहीं होता है। बकायेदार लोन चुकाने की बात तो करता है। लेकिन लोन चुकाता नहीं। ऐसे खातेदारों को doubtful कि श्रेणी मे रखा जाता है।
- Loss asset :
इस तरह के asset मे बकायेदार द्वारा कोई भी ब्याज नहीं दिया जाता है बैंक ऐसे खातेदारों को loss asset मे डाल देती है और अकाउंट NPA हो जाता है।
निष्कर्ष :
आपने NPA full form, NPA kya hai और types of NPA के बारे मे जान लिया। अगर आपको पोस्ट अच्छी लगे तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे और यदि कोई सवाल हो तो आप कमेन्ट जरूर करे।
धन्यवाद ।
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