Inspirational Quotes # short inspirational quotes # inspirational word # about inspirational quotes
1. "नज़रिया"
वक़्त बदला , दौर बदला ,
मंज़िलों का मोड़ बदला ।
नवयुग की तलाश में,
सिलसिलों का शोर बदला ।।
अदल बदल की भीड़ में,
बस सोच का जरिया न बदला।
अफ़सोस यह ही रह गया,
युग बदला पर नज़रिया न बदला ।।
तालीम के अंदाज़ बदले ,
जिंदगी के ख्वाब बदले।
शौक की इमारतों ने
पेड़ों के कब्रिस्तान बदले।।
भ्रूण हत्या का आरोपी वो
कन्या पूजने वाला इंसान भी बदला ।
अफ़सोस यह ही रह गया,
युग बदला पर नज़रिया न बदला ।।
आधुनिकता का लिबास पहने ,
स्तर के तराजू बदल रहे।
बेटियों को बेटा कहते ,
संत बलात्कारी में बदल रहे ।।
नारी उत्थान के बिगुल का
सारा सुर ताल बदला,
अफ़सोस यह ही रह गया ,
युग बदला पर नज़रिया न बदला ।।
2. स्त्री
वो भार्या वो भगिनी भी,
वो आर्या वो संगिनी भी।
वो राधा वो रुक्मिनी भी,
वो मीरा वो परिजनी भी।।
वो जोगन वो दीवानी भी,
वो योग-जोग वो प्रेम कहानी भी।
वो त्यागी वो तपस्विनी भी ,
वो उर्वशी वो मोहिनी भी।।
वो बैराग वो भक्ति-गीत भी,
वो अनुराग वो प्रेम-संगीत भी।
वो मर्यादा वो रीत भी ,
वो प्रेयसी वो सखा मीत भी।।
वो नारी वो नारित्व भी,
नो स्त्री वो स्त्रित्व भी।
वो माता वो ममत्व भी,
वो सती वो सतत्व भी।।
वो सरल मेघ वो चपल दामिनी भी,
वो वीरांगना वो कोमल-कामिनी भी।
वो व्यवहार-कुशल वो सतनामिनी भी,
वो कर्तव्यनिष्ठ वो अनुगामिनी भी।।
3. पिता"
वो बरगद की फैली घनी छाँव,
वो ,वो जमीन जहाँ मजबूती से टिके पाँव।
हमारी आँखो के सपनों को जो है जीता,
वो दोस्त,मार्गदर्शक,कहलाता "पिता"।।
हमारी इच्छाएं, जिसके मेहनत मे है ढलती,
हमारी अभिलाषाएं जिसके पलको पर है पलती ।
हम सफल तो उसका सीना चौड़ाता,
हम हारे तो फिर से कोशिश करवाता।
वो अपनी उंगली थमाता , चलना सिखाता,
हमारे सपनो के पीछे वो खुद को दौड़ाता ।
वो कभी न थकता , जब हमको हसाँता ,
काँधे पर अपने बिठाता , दुनियां भी दिखाता ।
मेले मे उसने, झूले भी झुलवाए थे,
खिलौनो की दुकान से ,खिलौने भी दिलवाये थे ।
आइसक्रीम ने जब हमारे दिल को मचलाये थे,
भर-भर कटोरे उसने, अपने हाथों से खिलाये थे ।
बीमार होने पर हमारे, वो गोंद में लेकर दौड़ा था,
माँ के साथ उसने भी नीद को, हमारे लिए छोड़ा था।
हमारी जीत से वो भी विजेता बना,
हमारी तरक्की उसकी चाह चहेता बना ।
रोने से पहले ही चेहरे पर हमारे मुस्कान ला दी,
हमारे लिए उसने , खुशियो की दुकान सजा दी ।
हमारी छोटी सी तकलीफ पर, वो तिलमिला जाता,
मोम सा दिल लेकर भी, वो खुद को कठोर दिखाता।
दिन-रात अपने संतान को सजोता
दिल भरा होने पर भी, जो कभी ना रोता ।
वो जुझारू,वो मेहनती,वो पालक,वो दाता,
वो कट्टर,वो कठोर किन्तु प्यारा,
" पिता " कहलाता ।।
4. "नजरिया"
ना हो विवश नारी कभी,
ना बेटियों दम तोड़ेंगी अब।
ना नीची होगी निगाह कोई,
अब लड़किया छू लेगी नभ।।
है राह भले कंटक तो क्या,
संभल , इस राह पे चलना होगा।
नजर रखनी होगी सही,
और नजरिया बदलना होगा।।
अब धर्म के नाम पर ना होगे दंगे ,
अब ना होगा कोई बँटवारा।
अब मानवता ही धर्म होगा,
अब हर तरफ होगा भाईचारा।।
ना भगवा रंग, ना हरा रंग बंटेगा,
अब इन्द्रधनुष महकेगा।
अब हर डाल पर शांति का,
और प्रेम का पक्षी चहकेगा।।
इस निर्मल प्रेम की अग्नि मे हर द्वेष को जलना होगा,
नजर रखनी होगी सही और नजरिया बदलना होगा ।।
5. "वो माँ कहलाती है"
आँखो में आंसू लेकर भी,
वो मुस्कुराती- हंसती है ।
कहते है बच्चो मे उसकी,
जान रुह बसती है ।
वो खुश होती है जब उसके,
बच्चे हँसते खिलखिलाते है ।
वो भी मुस्कुराती है जब उसके ,
बच्चे मुस्कान मुस्काते है ।
कोमल सी , पर न जाने कहाँ से ,
चट्टानी हिम्मत लाती है ।
बात हो उसके बच्चो की तो,
वो लड़ मर जाती है ।
उसके बच्चों पर पड़े तो,
वो बेझिझक तन जाती है ।
अपने आंचल पर,
ठण्डी छॉव फैलाती है
डालकर खुद पर धूप वो,
उन पर छाया बन जाती है ।
लेती बलाइयाँ,दुआओ का,
वो असर बन जाती है ।
हाथ फेर दे जो सर पर तो,
बुरी नजर उतर जाती है ।
वो आसमानी फरिश्ता,
वो जमीन पर नजर आती है ।
वो इंसानी लिबास में रहती,
"वो माँ कहलाती है"।
"Pcreations"
"Pcreations"
1 टिप्पणियां
very nice �� ��
जवाब देंहटाएंplease do not inter any spam link in comment box.